आज जी भर खेलने को जी चाहता है
आज फिर से बच्चा बनने को जी चाहता है
माँ की गोद में सो जाने को जी चाहता है
माँ के आँचल की छाँव पाने को जी चाहता है
माँ की लोरी सुनने को जी चाहता है
माँ के हाथ से खाने को जी चाहता है
फिर से तुतलाती बोली कहने को जी चाहता है
कुछ हंसी ठिठोली करने को जी चाहता है
____________अंजना चौहान _______
आज फिर से बच्चा बनने को जी चाहता है
माँ की गोद में सो जाने को जी चाहता है
माँ के आँचल की छाँव पाने को जी चाहता है
माँ की लोरी सुनने को जी चाहता है
माँ के हाथ से खाने को जी चाहता है
फिर से तुतलाती बोली कहने को जी चाहता है
कुछ हंसी ठिठोली करने को जी चाहता है
____________अंजना चौहान _______
bachpan ki yaad aa gayi,,,,
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