है मन चंचल मेरा बड़ा ही नटखट
ये जब देखो उड़ जाता है
कभी इधर तो कभी उधर
ये कहीं ठहर ना पाता है
दूर कभी आकाश में ऊँचे उड़
ये जब देखो उड़ जाता है
कभी इधर तो कभी उधर
ये कहीं ठहर ना पाता है
दूर कभी आकाश में ऊँचे उड़
सूरज को चूम कर आता है
तो कभी गहरे पानी में डूब
ये मछलियों संग तैरता जाता है
अभी यहाँ तो अभी वहाँ
ये सात समुंदर पार कर
पल भर में घूम कर आता है
है मन चंचल मेरा बड़ा ही नटखट
ये जब देखो उड़ जाता है
कभी बन जाता है बच्चा छोटा सा
तो शैतानियाँ करता जाता है
कभी बन जाता है धीर गंभीर
तो समस्याओं को चुटकी में सुलझाता है
है मन चंचल मेरा बड़ा ही नटखट
ये जब देखो उड़ जाता है ....
तो कभी गहरे पानी में डूब
ये मछलियों संग तैरता जाता है
अभी यहाँ तो अभी वहाँ
ये सात समुंदर पार कर
पल भर में घूम कर आता है
है मन चंचल मेरा बड़ा ही नटखट
ये जब देखो उड़ जाता है
कभी बन जाता है बच्चा छोटा सा
तो शैतानियाँ करता जाता है
कभी बन जाता है धीर गंभीर
तो समस्याओं को चुटकी में सुलझाता है
है मन चंचल मेरा बड़ा ही नटखट
ये जब देखो उड़ जाता है ....
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