मिली है मुझको एक प्यारी सहेली
सखी संग मिल मैं लौट चली बीते दिनों में
वो कालेज की मस्ती फिर से याद आने लगी
वो बातें कुछ बीती लुभाने लगीं
सखी संग मिल मैं लौट चली बीते दिनों में
वो कालेज की मस्ती फिर से याद आने लगी
वो बातें कुछ बीती लुभाने लगीं
करती हैं गुप चुप कुछ बातें साथ घंटों बिताना
मिजाज है कुछ कुछ एक जैसा तो
खेल खेल में दिल की बातें कह जाना
मैं अल्लहड़ नादान वो अलमस्त अलबेली
मेरी प्यारी सखी वो मेरी प्यारी सहेली
मिजाज है कुछ कुछ एक जैसा तो
खेल खेल में दिल की बातें कह जाना
मैं अल्लहड़ नादान वो अलमस्त अलबेली
मेरी प्यारी सखी वो मेरी प्यारी सहेली
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