रची है मेहँदी हाथों में
सौंधी सौंधी खुशबू आई
धूम हुई है घर में मेरे
मन में सबके हरियाली छाई
पिया मोरे आने को हैं
सौंधी सौंधी खुशबू आई
धूम हुई है घर में मेरे
मन में सबके हरियाली छाई
पिया मोरे आने को हैं
एक बंधन में बंध जाने को हैं
नया उजियारा होने को है
जीवन में नयी उमंगें छा जाने को हैं
सपने पूरे हो जाने को हैं
नया घरोंदा बस जाने को है ................अंजना चौहान
नया उजियारा होने को है
जीवन में नयी उमंगें छा जाने को हैं
सपने पूरे हो जाने को हैं
नया घरोंदा बस जाने को है ................अंजना चौहान
No comments:
Post a Comment