कवि भावनाओं की उडान है
कभी आकाश में ऊँचे उडाता है तो
कभी गहरे समन्दर में गोते लगाता है
कवि क्रांति का आगाज है
कभी जोश भर देता है वीरता का तो
कभी आकाश में ऊँचे उडाता है तो
कभी गहरे समन्दर में गोते लगाता है
कवि क्रांति का आगाज है
कभी जोश भर देता है वीरता का तो
कभी पल में मायूस भी कर देता है
कवि एक साज है कवि तरन्नुम है कवि तराना है
कभी मीठा तराना छेड़ जाता है तो
कभी दर्द भरा नगमा सुनाता है
कवि हँसाने का एक बुलबुला है
कभी हँसता है तो
कभी हंसाते हंसाते रुलाता है
कवि कल्पना है कवि अहसास है कवि आस है
कभी सत्य है तो
कभी छलावा है
कवि अजर अमर है क्योंकि
कवि भावना है...और भावनाएं कभी नहीं मरती हैं
कवि एक साज है कवि तरन्नुम है कवि तराना है
कभी मीठा तराना छेड़ जाता है तो
कभी दर्द भरा नगमा सुनाता है
कवि हँसाने का एक बुलबुला है
कभी हँसता है तो
कभी हंसाते हंसाते रुलाता है
कवि कल्पना है कवि अहसास है कवि आस है
कभी सत्य है तो
कभी छलावा है
कवि अजर अमर है क्योंकि
कवि भावना है...और भावनाएं कभी नहीं मरती हैं
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